Keshar Panwar Biography : उत्तराखंड की सुरम्य वादियों में लोकसंगीत की गूंज बरसों से सुनाई देती है, और इस संगीत को आधुनिक रंग देने वाले कुछ ही कलाकार हैं। उन्हीं में से एक नाम है केशर पंवार, जो गढ़वाली, कुमाऊंनी, और जौनसारी भाषाओं में अपने गीतों के लिए प्रसिद्ध हैं। उनके गानों में उत्तराखंड की संस्कृति, प्रेम, और पहाड़ी जीवनशैली की झलक मिलती है।
Keshar Panwar Biography
जन्म : केशर पंवार का जन्म 3 मार्च 1988 को उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले के कोठगा गांव में हुआ।
पारिवारिक पृष्ठभूमि :
- माता : श्रीमती बैशाखी देवी
- पिता : श्री जोत सिंह
- धर्मपत्नी : नाम उपलब्ध नहीं
- संतान : एक पुत्री
शिक्षा और प्रारंभिक जीवन
केशर पंवार ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव के स्थानीय स्कूल से प्राप्त की। बाद में उन्होंने 12वीं कक्षा की पढ़ाई राजकीय इंटर कॉलेज, लाटा चम्याला, टिहरी गढ़वाल से पूरी की।
उनका बचपन संघर्षों से भरा था, लेकिन संगीत के प्रति उनका जुनून उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहा।
संगीत करियर की शुरुआत ( Uttarakhand Folk Music )
केशर पंवार ने 2007 में "नैंसी" नामक म्यूजिक एल्बम से अपने करियर की शुरुआत की। इस एल्बम ने उत्तराखंड के संगीत प्रेमियों के दिलों में एक खास जगह बनाई। इसके बाद उन्होंने सुपरहिट गानों की झड़ी लगा दी।
केशर पंवार के प्रसिद्ध गाने ( Keshar Panwar Garhwali Songs )
- रांसू
- घुघुती घुरौंला
- बारातियों का गीत
- चम्याला का छोरा
- झूमला पहाड़ी
गायकी की विशेषताएं
- केशर पंवार के गाने खासतौर पर युवाओं को ध्यान में रखकर तैयार किए जाते हैं।
- वे पारंपरिक लोकगीतों को मॉडर्न संगीत के साथ जोड़कर प्रस्तुत करते हैं।
- उनके गाने न केवल संगीत बल्कि बोलों में भी बेमिसाल होते हैं।
फादर ऑफ न्यू कमर्स" का खिताब
केशर पंवार नए कलाकारों को मौका देने और उनका समर्थन करने के लिए जाने जाते हैं।
- अनिशा रांगड़ : उत्तराखंड की प्रसिद्ध गायिका, जिन्हें केशर पंवार ने मंच प्रदान किया।
- ममता पंवार : एक और प्रतिभाशाली गायिका, जिन्होंने केशर के निर्देशन में अपना नाम बनाया।
दिलचस्प किस्से
- शादियों के मौसम में केशर पंवार के गाने हर बारात की शान बन जाते हैं।
- उनके गानों की फरमाइश युवाओं और बुजुर्गों दोनों द्वारा की जाती है।
- दर्शकों का कहना है कि उनकी गायकी में "पहाड़ी दिलों की धड़कन" महसूस होती है।
उत्तराखंड संगीत उद्योग में योगदान
केशर पंवार ने उत्तराखंड के संगीत जगत को नई दिशा दी है।
- लोक संगीत का संरक्षण : उनके गाने पारंपरिक गीतों को नई पहचान दिलाते हैं।
- युवाओं को प्रेरणा : वे उत्तराखंड के युवाओं को अपनी जड़ों से जुड़ने के लिए प्रेरित करते हैं।
- संगीत का विस्तार : उन्होंने उत्तराखंड के संगीत को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई।
श्रोता और प्रशंसा
उनके गीत न केवल उत्तराखंड में बल्कि भारत के विभिन्न हिस्सों में भी सुने जाते हैं। केशर पंवार का हर नया गाना आते ही वायरल हो जाता है।
भविष्य की योजनाएं
केशर पंवार का सपना है कि वे उत्तराखंड की संगीत परंपरा को नई ऊंचाइयों पर ले जाएं। इसके लिए वे नए कलाकारों को प्रशिक्षित करने और मंच प्रदान करने में जुटे हैं।
निष्कर्ष
केशर पंवार उत्तराखंड के संगीत उद्योग का एक चमकता सितारा हैं। उनकी गायकी ने न केवल लोक संगीत को जीवंत रखा, बल्कि इसे आधुनिक दौर में भी प्रासंगिक बनाया। उनकी प्रतिभा, मेहनत, और योगदान को हमेशा सराहा जाएगा।