उत्तराखंड में केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी ने अपनी चुनावी गतिविधियों को तेज कर दिया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत जैसे वरिष्ठ नेता, कांग्रेस के प्रत्याशी मनोज रावत के समर्थन में मैदान में उतर गए हैं। इन नेताओं ने क्षेत्र में विभिन्न नुक्कड़ सभाओं, जनसंपर्क कार्यक्रमों और जनसभाओं के माध्यम से स्थानीय जनता से मुलाकात की और कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में वोट देने की अपील की।
करन माहरा का चुनाव प्रचार
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा, 6 नवंबर से ही केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय हैं और पार्टी प्रत्याशी मनोज रावत के समर्थन में लगातार जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं। 7 नवंबर को उन्होंने कई गांवों में नुक्कड़ सभाओं और जनसंपर्क कार्यक्रमों के माध्यम से जनता से कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने का आग्रह किया। सुबह 11 बजे से ही उन्होंने भौसाल, डोबा, चौंड, रूमसी, चमेली और दुयला जैसे स्थानों में जाकर लोगों को कांग्रेस के कार्यकाल में किए गए विकास कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह सरकारी तंत्र का गलत तरीके से उपयोग कर झूठे वादों और धार्मिक भावनाओं के आधार पर चुनाव लड़ रही है।
करन माहरा ने अपने भाषणों में भाजपा पर तीखे हमले किए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने केदारनाथ मंदिर के अस्तित्व से छेड़छाड़ की है और दान में मिले 230 किलो सोने का दुरुपयोग किया। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा, रोजगार और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर भाजपा प्रत्याशी एक भी ठोस कदम उठाने में असफल रहे हैं। करन माहरा ने भाजपा पर बेरोजगारी और महिला अपराध जैसे मुद्दों को नजरअंदाज करने का भी आरोप लगाया और जनता से इन मुद्दों पर भाजपा को जवाब देने की अपील की।
यशपाल आर्य का योगदान
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य भी इस चुनावी प्रचार में सक्रिय रूप से हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने सौड़भट्ट गाँव, चन्द्रापुरी, भटवाड़ी सुनार, फेगू और नागजगई जैसे कई गांवों में नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से जनता से सीधे संवाद किया। अपने संबोधनों में उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत के समर्थन में मतदान करने की अपील की और जनता को कांग्रेस पार्टी की नीतियों और विकास कार्यों की जानकारी दी। यशपाल आर्य ने अपने भाषणों में जनता को भाजपा की नीतियों के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी और कांग्रेस को एक स्थिर और जनहितैषी सरकार का विकल्प बताया।
हरीश रावत की जनसभाएं और पदयात्रा
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी कांग्रेस के प्रचार अभियान में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। फाटा, त्रिजुगीनारायण और गुप्तकाशी जैसे प्रमुख स्थानों पर उन्होंने पदयात्रा और जनसंपर्क अभियान चलाए, साथ ही गुप्तकाशी के मुख्य बाजार में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। अपने संबोधन में हरीश रावत ने भाजपा की "छद्म नीति" पर हमला बोला और कहा कि जनता अब भाजपा के झूठे वादों और कथनी-करनी में अंतर को समझ चुकी है। हरीश रावत ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसने केदारनाथ जैसे धार्मिक स्थल के महत्व और उसके पवित्रता का गलत उपयोग किया है। उन्होंने दावा किया कि इस बार के उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को जनता का अपार समर्थन मिल रहा है और भाजपा की हार सुनिश्चित है।
कांग्रेस का संदेश और भाजपा पर आरोप
कांग्रेस के इन वरिष्ठ नेताओं ने अपने-अपने चुनावी भाषणों में जनता को कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने का आग्रह किया और भाजपा पर तीखे हमले किए। करन माहरा, यशपाल आर्य और हरीश रावत ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह सरकारी एजेंसियों जैसे ईडी, सीबीआई का उपयोग अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने बेरोजगारी, महिला अपराध और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर कुछ नहीं किया और केवल धार्मिक भावनाओं का इस्तेमाल कर जनता को गुमराह करने का काम किया है।
कांग्रेस के नेताओं का मानना है कि पार्टी ने अपने पिछले कार्यकाल में विकास के कई महत्वपूर्ण काम किए हैं और जनता को उसी के आधार पर कांग्रेस के पक्ष में मतदान करना चाहिए। पार्टी ने भाजपा की नीतियों को जनता के खिलाफ और जनविरोधी बताया और कहा कि कांग्रेस का विजन जनता के हित में है।
कुल मिलाकर, कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का यह चुनाव प्रचार उत्तराखंड के केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में जोर-शोर से चल रहा है। करन माहरा, यशपाल आर्य और हरीश रावत के नेतृत्व में कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ एक व्यापक चुनाव अभियान चलाया है, जिसमें भाजपा की नीतियों और कार्यशैली की आलोचना की गई है। कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत के समर्थन में जनता का अपार समर्थन देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कांग्रेस के नेताओं का दावा सही साबित हो सकता है।