कुल्थी की दाल के फायदे : कुल्थी की दाल का दूसरा नाम हॉर्स ग्राम है. कुलथी दाल के फायदे पथरी के लिए होते हैं। इसका दूसरा नाम उत्तराखंड में गहत बोला जाता है यहाँ हम आपको कुलथी दाल फॉर किडनी स्टोन के लिए फायदे इन हिंदी में बता रहे हैं। यह ठन्डे इलाकों में अधिक होता है. इसे दक्षिण भारत की महत्वपूर्ण फसल माना गया है. इसका रंग गहरा भूरा होता है और देखने में मसूर की दाल की तरह लगती है. दक्षिण भारत के कुछ प्रमुख व्यंजनों जैसे रसम आदि बनाने के लिए इसे अधिक प्रयोग किया जाता है आयुर्वेद में कुलथी की दाल पथरी का इलाज किया जाता है।
कुलथी दाल के फायदे
आप यदि किडनी रोगी है तो आपके लिए पथरी यानी किडनी स्टोन के लिए यह फायदेमंद हो सकता है साथ ही यह मधुमेह डायबिटीज से निपटने के लिए कुलथी दाल बेहद फायदेमंद में हैं खाने में स्वादिस्ट होने के साथ साथ यह आयुर्वेदिक गुणों से भी भरपूर है इसका उपयोग आप दाल के रूप में करते हैं जिसे खाने से आपकी अन्य बीमारियाँ भी ठीक हो सकती हैं जैसे की निम्नलिखित-
- वजन घटाने के लिए
- कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करे
- डायरिया के लिए
- अल्सर
- सर्दी और बुखार
- अनियमित माहवारी
कुलथी की दाल को कैसे खाएं?
कुलथी की दाल की दाल को आप अलग अलग तरीके से खा सकते हैं आप इसका चाट बनाकर भी खा सकते हैं यदि आपको यह पसंद नहीं है तो नहीं तो दाल तो इसकी बनती ही है आपको पथरी में इसका उपयोग इस दाल को उबाल कर नमक मिलाकर जब यह अच्छी तरह बॉईल हो जाये तो इसे रोजाना सुबह दोपहर स्याम को एक एक कटोरी खा लेना है आपको एक दिन के अंतरगत ही असर दिखना सुरु हो जायेगा। या फिर दूसरा तरीका अपनाएं
- सबसे पहले करीब 25 ग्राम कुलथी की दाल लें।
- इस दाल को पानी में अच्छे से धो लें।
- इसके बाद थोड़े से पानी में रातभर के लिए भिगोकर छोड़ दें।
- सुबह उठकर दाल को छानकर इसका पानी पिएं।
यदि करीब 4 से 5 महीने लगातार इस पानी का सेवन करने से किडनी की पथरी ठीक हो सकती है
कुलथी दाल फॉर किडनी स्टोन
कुलथी दाल फॉर किडनी स्टोन : घरेलू उपचार के रूप में आप पथरी के इलाज के लिए कुलथी का उपयोग कर सकते हैं। इसमें मौजूद फेनोलिक कंपोनेंट, फ्लेवोनोइड्स, स्टेरॉयड और सैपोनिन जैसे कई फाइटोकेमिकल्स की उपस्थिति के कारण साइंटिफिक स्टडी ने इसके मूत्रवर्धक और एंटी-यूरोलिथियासिस गुणों की पुष्टि की है। आप कुलथी को बाजार से खरीद सकते हैं। इसका उपयोग करने से पहले इसे अच्छी तरह से साफ करें और बहते पानी के नीचे इसे अच्छी तरह से धो लें। कुल्थी की दाल का रोजाना सेवन पथरी को तोड़कर शरीर से बाहर निकाल देता है। आप कुलथी दाल को किसी भी अन्य दाल की तरह तैयार कर सकते हैं।
कुलथी दाल के नुकसान
आपको कुलथी दाल के नुकसान भी हो सकते हैं ख़ास तौर पर तब जब आप ब्लीडिंग से जुडी समस्याओं के लिए दवाएं ले रहे हैं जैसे नाक से खून आना, पीरियड्स में अधिक रक्तस्राव आदि, उनको इसका सेवन नहीं करना चाहिए। फिर जो लोग एनीमिया के लिए दवा ले रहे हैं, उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए। यह आपके लिए कुछ परस्थितियों में नुकशान हो सकते है।