गोलगप्पा बनाने की विधि हिंदी में :- गोलगप्पा, पुचका, पानी-पूरी जैसे कई नामों से विख्यात चाट का ये प्रकार पूरे देश की गलियों, मेलों और सामाजिक समारोह में ना केवल मिलता हैं, बल्कि बेहद पसंद किया जाता हैं. जैसा कि नाम से समझ आता हैं, इसे दो हिस्सों में बनाया जाता हैं, इसके लिए एक तो पानी या दही तैयार किया जाता है और दूसरा पूरी बनाई जाती हैं. जीव्हा को स्वादिष्ट लगने वाले गोलगप्पे कई बार पेट के लिए घातक सिद्ध हो सकते हैं, जिसके पीछे खराब पानी का उपयोग या पुराने गोलगप्पे जैसे कई कारण हो सकते हैं, इसलिए ये बेहतर हैं कि गोलगप्पे घर पर बनाए जाए. गोलगप्पे बनाने के लिए सूजी या आटे का उपयोग किया जाता हैं.
गोलगप्पे बनाते हुए ध्यान रखें ये बी बातें
आटे के गोलगप्पे बनाने में गेहूँ के आटे का उपयोग होता हैं, इसके लिए मैदे का भी उपयोग किया जा सकता हैं. लेकिन एक बात महत्वपूर्ण हैं, कि इन गोलगप्पों में भी थोड़ी मात्र में सूजी का उपयोग किया जाता हैं जिससे कि गोलगप्पों में क्रंच बना रहे, अन्यथा संभव हैं कि सूखने पर गोलगप्पे पुरियों के समान सॉफ्ट हो जाए.
आवश्यक सामग्री
1 कप मैदा / गेहूँ का आटा, 3 चम्मच सूजी / 1/3 कप सूजी, नमक स्वादानुसार, ¼ चम्मच बेकिंग सोडा, डीप फ्राई करने के लिए तेल.
गोलगप्पा बनाने की विधि हिंदी में
एक बर्तन में 1 कप आटा और एक तिहाई कप सूजी लेकर उसमें नमक एवं बेकिंग सोडा मिलाए और थोडा-थोडा पानी मिलाकर आटा गूंथे. और आटे को आधा घंटा रख दे, अब इसमें थोडा सा तेल लगाकर इसे अच्छे से फिर से गूंथे और फिर छोटी-छोटी पूरियां काटे एवं इन्हें तेज आंच के तेल पर तलें. जब इनका रंग हल्का भूरा हो जाये तब ही बाहर निकाले.
सूजी के गोलगप्पे की विधि
बिना किसी आटे के केवल सूजी के उपयोग से गोलगप्पे बनाने आसान नहीं हैं, क्योंकि आटा बाइंडिंग एजेंट का काम करता हैं, जबकि सूजी केवल बिखरती जाती हैं. किन्तु यदि थोडा प्रयास किया जाए और प्रत्येक सामग्री का उपयुक्त मात्रा में उपयोग किया जाए, तो सूजी के गोलगप्पे बनाना कोई असम्भव कार्य नहीं हैं.
आवश्यक सामग्री
1 कप सूजी, नमक स्वादानुसार, डीप फ्राई करने के लिए तेल एवं बेकिंग सोडा.
गोलगगप्पा बनाने का तरीका
एक कप सूजी बर्तन में ले और इसमें आवश्यकता अनुसार पानी मिलाकर आटे की तरह गूँथ ले. केवल सूजी का प्रयोग कर रहे हैं, तो सम्भव हैं कि यह आसानी से बाइंड नही होगा, इसलिए थोड़ा-थोडा पानी लेकर सूजी को गूंथने का प्रयास करें. एक कप सूजी के लिए 7 से 8 चम्मच पानी पर्याप्त होगा, इसलिए पानी को चम्मच से ही मिलाए, इसके उपरांत भी आटा (सूजी का) कठोर लगे, तो थोड़े पानी के छींटे देकर उसे वापिस मिलाए, मतलब सिर्फ इतना, कि एक साथ पानी ना मिलाए, जिससे कि आटा गीला हो जाए. सूजी के गोलगप्पे के लिए गूंथा गया आटा सॉफ्ट और स्मूथ होना चाहिए, इसलिए पर्याप्त समय लेकर इस कार्य को करे, जल्दबाजी में करने से बेहतर हैं, कि कम से कम 10 मिनट का समय देकर धैर्य के साथ सूजी का आटा गूंथे और फिर इसे आधे घंटे के लिए ढंक कर रख दे.
- आधे घंटे के बाद आटे पर जरा सा तेल लगाकर वापिस बाइंड करे और बेलकर तेल में तलें.
- गोलाकार आकार देने के लिए ढक्कन या गोलाकार वस्तु से काट भी सकते हैं.
गोलगप्पे बनाते हुए ध्यान रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें
गोलगप्पे का आटा लगाते समय ज्यादा देर तक आटे को गूंथे, जिससे आटा स्मूथ और इलास्टिक बनेगा. आटे की कंसिस्टेंसी मीडियम होनी चाहिए, मतलब न ज्यादा सख्त हो न ही ज्यादा पतला हो, जिससे कि गोलगप्पे सॉफ्ट बने. आटे को कम से कम 30 मिनट तक ढंककर जरुर रखे, इससे आटे में थोड़ी नमी बनेगी. कभी भी आटे को खुला न छोड़े वरना आटा सुखकर सख्त होने लगता हैं. सूजी का आटा हुआ, तो सारे दाने उभर कर बाहर आने लगेंगे और गेहूं के आटे में सूखापन आ जाएगा, जिससे गोलगप्पे बेलने के लिए आटे को वापिस बहुत देर तक गूंथना पड़ेगा और इसका प्रभाव गोलगप्पे की सॉफ्टनेस पर भी पड़ेगा.
आटे के गोलगप्पे
आटे के गोलगप्पे को तलने के लिए फ्रेश तेल का ही उपयोग करें, पहले से काम में लिए हुए तेल का उपयोग कभी न करे,
गोलगप्पे पूरी बनाते हुए उसका पूरे समय ध्यान रखें, कभी तेल में छोडकर वहां से ना हटें. ये उतना ही महत्वपूर्ण हैं जितना पूरी या कचौरी बनाने में महत्वपूर्ण होता हैं. और जितनी जगह हो कढाई में उतनी ही पूरियां डालें, अनावश्यक ज्यादा पूरियां डालने पर उन्हें फूलने को पर्याप्त जगह नहीं मिलेगी और पूरीयां सही आकार नहीं ले सकेगी.
हमेशा तेज आंच पर तेल में पूरिया तलें, अन्यथा गोलगप्पे क्रंच नहीं बनेंगे. गोलगप्पों पर आए एक्स्ट्रा तेल को हटाने के लिए इसे कढाई से निकालते ही टिश्यू पेपर या किसी कागज पर फैलाए, जिससे अतिरिक्त तेल निकल जाए, वरना बाद में खाते वक्त वो तेल महसूस होगा.
गोलगप्पों को एयरटाईट कंटेनर में रखें
गोलगप्पों को एयरटाईट कंटेनर में रखे, खुले रखने पर खराब होने की सम्भावना रहती हैं. वैसे तो सूजी और आटे के गोल-गप्पे अलग-अलग बनाये जाते हैं लेकिन इन्हें साथ करके भी बनाया जा सकता हैं, जिससे आटा गूंथने की समस्या भी कम हो जाती है और गोलगप्पों में क्रंच भी बना रहता है. इसमें एक चौथाई चम्मच या तीन-चार चुटकी बेकिंग सोडा भी मिलाया जाता हैं, जिससे जब हम पूरियों को तलते हैं तो वे पूरियां फूल जाती है.