आपको आज हम बहुत अहम् जानकारी बताने वाले हैं आपको ईएसआर बढ़ने से कौन सी बीमारी होती है के बारे में ज्ञान नहीं होगा लेकिन आज यहाँ आप ईएसआर बढ़ने से कौन सी बीमारी होती है इस बात पत्ता लगा पाएंगे साथ में जानेंगे की यह ESR होता क्या है दोस्तों आपको बता दें की एरिथ्रोसाइट सेडीमेंटशन रेट को सॉर्ट में ESR ( ईएसआर ) कहा जाता है यह एक प्रकार का ब्लड टेस्ट होता है जो की रेड ब्लड सैल्स के रेट को मापने में उपयोग होता है यह टेस्ट आपको डॉक्टर करने को सुझाता है इससे आम तौर पर डायग्नोसिस करने के साथ होता है आम तौर पर डॉक्टर इस टेस्ट को शरीर में किसी भी प्रकार की सूजन या इन्फेक्शन का पता लगाने के लिए करता है।
नॉर्मल ईएसआर कितना होना चाहिए
दरअसल महिलाओं में इसकी सीमा को निर्धारित किया गया है जो की अलग अलग एज ग्रुप में विभाजित हैं जैसे की महिलाओं के लिए 1 से 20 mm/h होता है और 20 वर्ष से कम उम्र वाले बच्चों में यह 0 से 10 mm/h रहता है। तथा 20 से 50 वर्ष तक के व्यक्तियों में यह ईएसआर 0 से 20 mm/h और 50 से ऊपर के उम्र वाले बुजर्गों का 0 से 30 mm/h ईएसआर नार्मल रहता है। एवम पुरुषों में नार्मल ईएसआर 1 से 13 mm/h होता है और 20 वर्ष से कम उम्र वाले बच्चों में यह 0 से 10 mm/h रहता है। तथा 20 से 50 वर्ष तक के व्यक्तियों में यह ईएसआर 0 से 15 mm/h और 50 से ऊपर के उम्र वाले बुजर्गों का 0 से 20 mm/h ईएसआर नार्मल रहता है।
ईएसआर बढ़ने से कौन सी बीमारी होती है
अमूमन यह देखा गया है की ईएसआर बढ़ने से इन्फेक्शन, शरीर में सूजन, पेट में दर्द और ह्रदय के वाल्व में संक्रमण जैसी बीमारी होती है। आयुर्वेद के अनुसार ईएसआर बढ़ने का मुख्य कारण वात और पीत दोष का संतुलित न होना मुख्य कारण जाता है। जिसके लिए आपको उचित समय पर उचित इलाज की आवस्यकता होती है। जो की आपके ईएसआर को नियत्रण में रखने में सफल सिद्ध होगा ऐसी स्तिथि में आपको तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना जरुरी होता है ताकि आप बड़े जोखिम से बच सके हालाँकि आपको जयदा भयभीत होने जरुरत नहीं है इसका इलाज आसानी से हो जाता है।
घर में ही यदि आप ईएसआर को काम करना कहते है तो इसके लिए आपको रोज नियमित ब्यायाम करना चाहिए ताकि शरीर आपका ज्यादा से ज्यादा पसीना निकाल सके आपको रोजाना टहलना चाहिए स्विमिंग आती है तो आपको स्विमिंग करना चाहिए। यहाँ लगभग आपको 30 मिनट तक करना चाहिए।