केले का पौधा घर में लगाना चाहिए या नहीं व केले का पौधा गमले में कैसे लगाएं

केले का पौधा घर में लगाना चाहिए या नहीं

केले का पौधा घर में लगाना चाहिए या नहीं

केले का पौधा गमले में कैसे लगाएं इसका तरीका बहुत कम लोगों को पत्ता होता है कुछ को केले का पौधा घर में लगाना चाहिए या नहीं यह भी पत्ता नहीं होता और फिर भी लगा लेते हैं ऐसे में आपको सावधानी बरतनी होगी कहीं आपको लेने के देने न पड़ जाएं इसलिए हमारे पाठकों की लगातार फरमाइश से में ये पोस्ट लिख रहा हूं आपको आपके सवालों के जवाब यहां मिल जायेंगे। यदि आपकी भी कोई फरमाइश है तो हमें लिखें कॉन्टेक्ट फॉर्म भरें।

केले का पौधा गमले में कैसे लगाएं

शादी विवाह हो या कोई सुभ कार्य हो केले का जिक्र हर जगह होता है केले का पेड़ भगवान ब्रह्मा का स्वरूप माना जाता है। यदि आपको यह केले का पौधा अपने गमले में लगाना है तो आपको गार्डन की उपजाऊ मिट्टी लेकर और काली मिट्टी डालकर ऑर्गेनिक खाद या गाय का सड़ा हुआ गोबर जो मिट्टी जैसा काला हो रखा हो। आपको यह केले का पौधा गुरूवार के दिन लगाना चाहिए इस दिन इसकी पूजा भी की जाति है और कहा जाता है की केले के पेड़ में नारायण भगवान का वास होता है।

केले का पौधा घर में लगाना चाहिए या नहीं

वास्तु शास्त्र के अनुसार हिंदू धर्म में केले का पौधा या पेड़ तुलसी के पौधे के समान ही शुद्ध और पवित्र माना जाता है इस पेड़ में भगवान विष्णु और देवताओं के गुरु बृहस्पति का वास होता है केले का पौधा घर में में लगाना सुभ होता है केले का पौधा घर में लगाना चाहिए और इडली नियमित विधी विधान से पूजा भी करनी चाहिए।

हालांकि हमारे बुजुर्ग इस बात की मनाही करते हैं की केले का पैड घर में नहीं लगाना चाहिए वह इसलिए की आप नियमित रूप से उसकी पूजा पाठ और विधी विधान से इसकी सेवा नहीं कर पाएंगे क्यूंकि गलती हर किसी से होती है इसलिए मनाही है। परंतु अगर केले का पैड घर में लगा हो तो उस घर में सुख समृद्धि और शांति परिपूर्ण रहती है उस घर में तरक्की होती रहती है और सकारात्मक ऊर्जा उस घर में विद्यमान रहता है।

Krishna Kumar journalist

कृष्णा कुमार, एक पत्रकार के रूप में, आप अपनी गहरी दृष्टि और सटीक रिपोर्टिंग के लिए जाने जाते हैं। आपने अपने करियर में अनेक सामाजिक, राजनीतिक, और आर्थिक मुद्दों पर महत्वपूर्ण लेखन और रिपोर्टिंग की है, जिसमें निष्पक्षता और संवेदनशीलता प्रमुखता से नजर आती है। पत्रकारिता के सिद्धांतों का पालन करते हुए, आप समाज को जागरूक करने और सटीक जानकारी पहुँचाने में योगदान दे रहे हैं, जिससे आपके पाठक घटनाओं की व्यापक समझ विकसित कर पाते हैं।

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