असली शालिग्राम की पहचान कैसे करें : आप में से किसी के घर में शालिग्राम जरूर होगा नहीं है तो जानिए असली शालिग्राम की पहचान कैसे करें इसका जवाब आपको यहाँ मिलेगा और क्या स्त्री शालिग्राम की पूजा कर सकती है व शालिग्राम को कहाँ रखना चाहिए, आपको सम्पूर्ण जानकारी यहाँ बताई गई है। आपको बता दूँ यह शिवलिंग का एक पत्थर होता हैं जो नेपाल के मुक्तिनाथ में काली गंडकी नदी के तट पर मिलता है यदि आप इसे घर में रखते हो तो यह किसी तीर्थ के सामान होता है।
स्कन्द पुराण में शालिग्राम भगवन विष्णु के विग्रह रूप में जाना जाता है इतना ही नहीं महादेव शिव ने भी शालिग्राम की स्तुति किया है। यदि आप इस शालिग्राम को घर में रखते हो तो और इसकी पूजा करते हो तो आपकी भाग्य चमक उठेगा और लक्ष्मी का वाश आपके ऊपर रहेगा। साथ ही साथ आपके अगले पिछले सारे पाप नष्ट हो जायेंगे।
असली शालिग्राम की पहचान कैसे करें
आप असली शालिग्राम की पहचान खुद से कर सकते हैं आपको कही भटकने की जरुरत नहीं है आपको यह देखना है की इसमें शालिग्राम पत्थर गोल और मछली के अकार का हो। शालिग्राम को मत्स्य अवतार के रूप में पूजा जाता है यदि शालिग्राम कछुए जैसा हो तो उसे क्रूम रूप में पूजा जाना चाहिए। यह शालिग्राम नील वर्ण का गोल पत्थर होता है। आपको इसे लेकर तुलसी इसमें अर्पित करना चाहिए। आपको शालिग्राम की पूजा करने लिए कुछ बातों का विशेष ध्यान देना चाहिए जैसे की –
- रोजाना शालिग्राम की पूजा करें
- घर में सिर्फ एक शालिग्राम रखें
- शालिग्राम को रोज पंचामृत से स्नान करें
- तुलसी और चन्दन का लेप शालिग्राम पर लगाएं
- रोजाना स्नान करके नियमित पूजा करें
- आपने मन से गंदे विचार निकालें
- अपना आचरण शुद्ध रखें
ऐसा नहीं करने पर आपको भारी समस्या का सामना करना पड़ सकता है जिससे की आपको नुकशान ही होगा। इसके अलावा आपको स्त्री का अपमान नहीं करना है और शालिग्राम को दुसित नहीं करना है वर्ण आप बर्बादी के कगार पर पहुँच सकते हैं।
क्या स्त्री शालिग्राम की पूजा कर सकती है
स्त्रियां भी शालिग्राम की पूजा कर सकती है यह तब किया जाना चाहिए जब पुरुष वहां पर पूजा करने के लिए मौजूद नहीं है। मान्यताओं के आधार पर केवल पुरुष ही शालिग्राम की पूजा कर सकते हैं। हालाँकि स्त्रियों की माहवारी के दौरान उनको पूजा पाठ से वंचित रहना चाहिए। इस दौरना उनको पूजा नहीं करनी चाहिए मान्यताओं में आधार पर इस काल में स्त्रियां दुसित होती हैं.
हालाँकि इसका कोई प्रमाण नहीं है इसके लिए आपको अधिक जानने के लिए अपने ज्योतिषी से संपर्क करना चाहिए उनके मार्गदर्शन में आपको यह कदम उठाना चाहिए। आपको यह जानकारी केवल ज्ञानवर्धन के लिए उपयोग किया जाना चाहिए हम किसी का भी समर्थन नहीं करते हैं और किसी को ठेस पहुँचाना हमारा उदेस्य नहीं है।
शालिग्राम को कहाँ रखना चाहिए
जब आप अपने घर में शालिग्राम को ले आएं तो आपको इसकी पूजा विधि विधान से करनी चाहिए किसी अच्छे ज्ञानी पंडित को बुलाकर इसे पूजा करनी चाहिए आपको शालिग्राम को तुलसी और चन्दन के साथ घर के किसी मंदिर में स्थापित करना होता है। इसकी आस पास की जगह हमेसा शुद्ध होनी जरुरी है ऊपर लिखे नियमों के अनुसार आपको रोजाना पूजा करनी होती है यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो आप भारी दुःख का सामना कर सकते हैं।