गर्भधारण करने के अचूक टोटके से हो जाओगे आप भी प्रेगनेंट मिलेगा संतान सुख

 

गर्भधारण करने के अचूक टोटके

गर्भधारण करने के अचूक टोटके : ज्योतिष के अनुसार आपको गर्भ ठहरने के लिए मंत्र और गर्भधारण करने के अचूक टोटके के बारे मई बतायेगे। माँ बनने का सुख लेना हर किसी का सपना होता है लेकिन कुछ कारणों से आपका यह सपना अधूरा रह जाता है तो सबसे पहले हम आपको डॉक्टर की सलाह ले के लिए कहेंगे यह मन्त्र काम करेगा या नहीं इसकी हमारी जिम्मेदारी नहीं है न ही हम इसका समर्थन करते हैं लेकिन यह अचूक उपाय आपके बेहद काम आ सकते है

किसी भी स्त्री के लिए माँ बनने का सुख संसार के किसी भी सुख से बड़ा होता है। हर दंपत्ति अपने जीवन में मम्मी पापा बनने का सुख लेना चाहते हैं। गर्भधारण करने के लिए वह महिला क्या कुछ नहीं करती। अच्छे से अच्छे डॉक्टर से इलाज करा लेती है, तांत्रिकों और बाबाओं के पास जाकर ताबीज आदि भी धारण कर लेती है, लेकिन गर्भधारण करने के ये उपाय कुछ काम नहीं करते है। ऐसी महिलाएं खुद को बाँझ समझने लगती है।

गर्भधारण करने के अचूक टोटके 

लेकिन असल में कई बार किसी की बुरी नज़र या अन्य कारणवश वे गर्भधारण नहीं कर पाती है। आज हम आपको गर्भधारण करने के अचूक उपाय बताएंगे, जिनकी मदद से कोई भी स्त्री बेहद आसानी से गर्भधारण कर माँ बनने का सुख ले सकती है-

गर्भधारण करने के अचूक उपाय के लिए मंगलवार के दिन पति-पत्नी को मिलकर ये उपाय अपनाना है। इस दिन किसी भी कुम्हार के घर जाकर प्रार्थन करें औरउससे एक डोरा (जिससे वह मिट्टी के बर्तन बनाता हो) मांग लें। घर आने के बाद एक गिलास में पानी भरकर वह डोरा उसमें डाल दें। एक हफ्ते तक वह डोरा उस पानी में भिगोकर रखें। गर्भधारण करने के अचूक उपाय के लिए अगले मंगलवार को गिलास में से डोरा निकालकर पति-पत्नी वह पानी पी लें। इसके बाद वह डोरा हनुमान मंदिर जाकर हनुमान जी के चरणों में समर्पित कर दें। जिस दिन पति-पत्नी ये पानी पिए, जरूरी है कि उसी दिन वे दोनों आपस में संभोग अवश्य करें। ऐसा करने से कुछ दिनों के भीतर ही आपको संतान सुख की प्राप्ति हो जाएगी।

गर्भधारण करने के अचूक टोटके का मंत्र

गर्भधारण करने का मंत्र, कुछ महिलाओं के साथ अक्सर ऐसा देखने को मिलता है कि वह आसानी से गर्भधारण तो कर लेती है, लेकिन दूसरे, तीसरे या पांचवें महीने में ही उनका गर्भ गिर जाता है। ऐसा एक या दो बार होना स्वाभाविक है। लेकिन कुछ बरी शक्तियों के कारण बार-बार ऐसा हो रहा है, तो आपको गर्भ ठहरने का मंत्र का इस्तेमाल करना चाहिए।

पूर्वाचार्यों के अनुसार बताई गई तंत्र-मंत्र की विद्या की मदद से हम इस तरह की किसी भी समस्या का बेहद आसानी से समाधान निकाल सकते है। अगर आप भी गर्भ धारण करने की इच्छा रखती है, या फिर गर्भ ठहरने में किसी प्रकार की बाधा आ रही है, तो गर्भ ठहरने का मंत्र का प्रयोग कर सकती है-

गर्भ ठहरने का मंत्र बहुत ही प्रभावशाली मंत्र है। इस मंत्र में मूलरूप से बजरंग बली की उपासना की गई है। यह मंत्र मंगलवार के दिन हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर के समक्ष सिद्ध करना है। पद्मासन लगाकर नीचे दिए गए मंत्र का 108 बार जप करें-

मंत्र- ॐ नमो आदेश गुरु का ।

जय जय जय जय जयकार। गोरख बैठा घोरुवार।

जब लग गोरख जाप जपै। जब लग राज विभीषण करै।

गौरा कात्या कातना। ईश्वर बांध्या गंडा।

राखु राखु श्री हनुमंत बजरंग। जो छिटका परता।

अंडा ढूध पूत। ईश्वर कि माया।

पड़ता गर्भ श्री गोरखनाथ जी रखाया।

मेरी भक्ति। गुरु कि शक्ति। फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा।

इसके बाद एक काला धागा लें और इस मंत्र को 21 बार पढ़कर उस धागे को अभिमंत्रित कर लें। इसके बाद जिस महिला को गर्भ धारण करने में कठिनाई आ रही है, उसकी कमर पर यह काला धागा बांध दें। गर्भ ठहरने का यह मंत्र कुछ दिनों के भीतर ही अपना असर दिखाना शुरू कर देगा।

गर्भधारण करने के अचूक टोटके

गर्भधारण करने के अचूक टोटके, शादी के कुछ सालों के बाद भी जब कोई महिला माँ नहीं बन पाती है तो वह बेहद निराश और दुखी हो जाती है। उसे अपनी ज़िन्दगी बिल्कुल नीरस लगने लगती है। इसके ऊपर से ससुराल वालों के ताने और समाज में बुराई मिलने से पूरी तरह से टूट जाती है।

ऐसे समय पर यदि आप गर्भधारण करने के अचूक टोटकों के बारे में जानते होंगे, तो इस तरह की कोई समस्या कभी आपकी ज़िन्दगी में नहीं आएगी। आइये गर्भधारण करने अचूक टोटकें भी जान लेते है-

गर्भधारण करने के अचूक टोटकें के लिए आपको किसी बच्चे का पहले दूध के दांत (जो स्वयं टूटा हो) की जरूरत पड़ेगी। आप किसी भी रिश्तेदार या मित्र से उसके बच्चे का पहला टूटा हुआ दूध का दांत मांग सकते है। इसके बाद वह दांत एक काले कपड़े में बांधकर काले धागे की मदद से महिला की कमर पर बांध दें। जब तक महिला गर्भधारण ना कर लें, वह धागा किसी भी कीमत पर उतारना नहीं है। कुछ लोग सोचते है कि गर्भधारण करने के अचूक टोटकें के कारण उस बच्चे पर कुछ असर पड़ सकता है, जिसका दूध का दांत इस्तेमाल किया जा रहा है। लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। बल्कि जिस बच्चे का दूध का दांत इस प्रक्रिया में इस्तेमाल किया जा रहा है, वह पूरी ज़िन्दगी स्वस्थ्य रहता है।

जल्दी गर्भधारण करने के उपाय

जल्दी गर्भधारण करने के उपाय, कोई भी काम सही वक्त पर किया जाए तो उसका फल मीठा ही होता है। आजकल के युवा जल्दी शादी करना नहीं चाहते है। खासतौर पर नौकरी पेशे लोगों में तो ये आदत ही बन गई है की 28-30 की उम्र के बाद ही विवाह करना है। ऐसे समय पर विवाह होने के बाद संतान पैदा करने में कई अड़चनें आती है। कई साल तक निरंतर प्रयत्न करने के बाद भी जब उन्हें संतान सुख की प्राप्ति नहीं होती तो वे हार मान लेते है और अकेले ही जीवन व्यतीत करने लगते है। ऐसे लोगों को जल्दी गर्भधारण करने के उपाय अवश्य अपनाने चाहिए। जल्दी गर्भधारण करने के उपाय के लिए एक मंत्र हम आपको बता रहे है-

मंत्र- रक्ष रक्ष गणाध्यक्षः रक्ष त्रैलोक्य नायकः। भक्त नाभयं कर्ता त्राताभव भवार्णवात्।।

कहा जाता है कि जो स्त्री सूर्योदय से पूर्व और सूर्यास्त के पश्चात इस मंत्र का 51 बार जप कर लें, उसे मनचाही संतान की प्राप्ति हो जाती है। इतना ही नहीं इस मंत्र से गर्भधारण करने वाली महिलाओं की संतान दीर्घायू प्राप्त करती है और जीवन के हर क्षेत्र में कामयाबी हासिल करती है। मुलहठी, देवदारु, सिरस का बिज को बराबर मात्रा में लेकर काली गाये के दूध के साथ पीस लें। जल्दी गर्भधारण करने के उपाय के लिए इस मिश्रण का मात्र 5 दिन तक सेवन करें। 5 दिनों के पश्चात पति के साथ संभोग करने पर यकीनन आपका माँ बनने का सपना पूरा हो जाएगा।

गर्भधारण करने का असली और प्रभावशाली टोटका 

गर्भधारण करने लिए टेस्ट ट्यूब बेबी की प्रक्रिया तकनीक से बच्चा पैदा करने के लिए इन विट्रो फर्टिलाइजेशन का प्रयोग किया जाता है। आपको यह टोटका 100% रिजल्ट दे सकता है. IVF बच्चा पैदा करने की एक कृत्रिम चिकित्सा विधि है जो टेस्ट ट्यूव बेबी की प्रक्रिया में इस्तेमाल की जाती है। इस पद्धति में पुरुष का शुक्राणु (male sperm) महिला के अंड में निर्धारित प्रक्रिया से प्रवेश कराया जाता है। यह करीब एक महीने की प्रक्रिया होती है। ज्यादातर जगहों पर शुक्राणु को अंडे में प्रवेश कराने का एक ही तरीका अपनाया जाता है लेकिन कुछ क्लिनिकों में डॉक्टर भिन्न-भिन्न तरीके भी अपनाते हैं।

हम आपको टेस्ट ट्यूब बेबी (test tube baby process) के स्टैंडर्ड तरीके के बारे में बताएंगे। जब लोग बच्चा पैदा करने में सक्षम नहीं हो पाते हैं तो इस विधि को अपनाते हैं। इसके पीछे पुरुष ही सबसे बड़ा कारण होता है क्योंकि पुरुष का स्पर्म इतना कमजोर होता है कि वह अंडे में पूरी तरह प्रवेश ही नहीं कर पाता है।

टेस्ट ट्यूब बेबी की विधि वाला टोटका 

1. मासिक चक्र को रोका जाता है 

टेस्ट ट्यूब बेबी की विधि के पहले स्टेप में महिला को कुछ दवाएं देकर उसके मासिक धर्म (periods) को रोका जाता है। इन दवाओं को करीब दो हफ्तों तक दिया जाता है परिणामस्वरूप मासिक धर्म प्राकृतिक रूप से रूक जाता है।। इन दवाओं को महिला के शरीर में इंजेक्शन के माध्यम से दिया जाता है।

2. अधिक अंडे उत्पन्न करना 

इस विधि में अधिक अंडे का उत्पादन किया जाता है जिसे सुपर ओव्यूलेशन (Super Ovulation)कहा जाता है। टेस्ट ट्यूब बेबी की विधि के इस स्टेप में महिला को अलग-अलग तरह की फर्टिलिटी दवाएं दी जाती है। इन दवाओं में फर्टिलिटी स्टीमूलेशन हार्मोन (fertility stimulation hormone)या एफएसएच मौजूद होता है जो महिला के शरीर में अंडे को अधिक मात्रा में उत्पन्न करता है। दवा लेने के बाद धीरे-धीरे महिला के शरीर में अंडों की संख्या बढ़ने लगती है। एफएसएच का इंजेक्शन देने के बाद अंडाशय में अंडे अधिक उत्पन्न होते हैं। इसके बाद योनि का अल्ट्रासाउंड करके अंदर की स्थिति की जांच की जाती है।

3.अंडाशय से अंडे को निकालना 

पर्याप्त अंडे बनने के बाद इन अंडे को उस स्थान से निकाल लिया जाता है। एक शल्यचिकित्सा विधि द्वारा अंडो को निकाला जाता है जिसे फोलिक्यूलर एस्पिरेंट (Follicular Aspiration) कहा जाता है। टेस्ट ट्यूब बेबी की विधि इस विधि में अंडे को योनि (vagina)के माध्यम से अंडाशय से निकाल लिया जाता है। इसके लिए योनि में एक पतली सुई प्रवेश करायी जाती है। यह सुई अंडाशय में योनि के माध्यम से प्रवेश होती है और सक्शन प्रक्रिया (suction process) के द्वारा अंडों को बाहर खींच लाती है। विशेषज्ञों का मानना है कि 15 अंडे टेस्ट ट्यूब बेबी प्रोसेस की सफलता के लिए बहुत अच्छे होते हैं। इससे बच्चे के जन्म की संभावना बढ़ जाती है।

4. अंडे और शुक्राणु को फर्टिलाइज कराना 

टेस्ट ट्यूब बेबी की विधि के चौथे स्टेप में महिला के अंडाशय (overy) से निकाले गए अंडे को पुरुष के शुक्राणु के साथ रखा जाता है। इस प्रक्रिया को एक नियंत्रित तापमान वाले कक्ष में किया जाता है। इस कक्ष में पुरुष के शुक्राणु को अंडे के एकदम समीप रखा जाता है। इसके बाद डॉक्टर कुछ घंटों तक इंतजार करते हैं और पुरुष का शुक्राणु महिला के अंडे में अपने आप प्रवेश करने लगता है। कभी-कभी डॉक्टर समय बचाने के लिए इंट्रा-साइटोप्लाज्मिक (intra cytoplasmic)विधि का भी प्रयोग करते हैं। इस विधि में शुक्राणु अंडे में सीधे प्रवेश कर जाता है लेकिन यह काफी महंगी विधि है। स्पर्म और अंडे के मिलने के बाद एंब्रियो बनना शुरू हो जाता है।

5. एंब्रियो को ट्रांसफर करना 

टेस्ट ट्यूब बेबी की विधि के पांचवे और अंतिम स्टेप में भ्रूण (embryo) को सूई के माध्यम से गर्भ में डाला जाता है। ज्यादातर मामलों में एक से अधिक एंब्रियो को गर्भ में प्रवेश कराया जाता है। ज्यादा एंब्रियो प्रवेश कराने से सफलता की संभावना अधिक बढ़ जाती है और बच्चा स्वस्थ पैदा होता है। इस प्रक्रिया को पूरी करने के बाद एक पतले ट्यूब को योनि के माध्यम से कोख में प्रवेश कराया जाता है। इस पतले ट्यूब में एंब्रियो होता है जो गर्भ में डाल दिया जाता है। यह एंब्रियो महिला के गर्भाशय की दीवार से चिपक जाता है। इसके बाद गर्भावस्था का समय पूरा होने पर एक स्वस्थ बच्चे का जन्म होता है।

टेस्ट ट्यूब बेबी की प्रक्रिया की सफलता 

टेस्ट ट्यूब बेबी विधि से बच्चा पैदा करने में यह विधि बहुत कामयाब रही है। पैंतीस वर्ष से कम उम्र की महिलाओं में टेस्ट ट्यूब बेबी विधि द्वारा आसानी से बच्चा पैदा किया जा सकता है। 38 से 40 साल की महिलाओं में इस विधि से बच्चा पैदा करने की संभावना घटती जाती है। रिसर्च के अनुसार यह महिला के स्वास्थ्य पर भी निर्भर करता है कि टेस्ट ट्यूब बेबी से बच्चा पैदा करने में उसका शरीर सक्षम है या नहीं।

Krishna Kumar journalist

कृष्णा कुमार, एक पत्रकार के रूप में, आप अपनी गहरी दृष्टि और सटीक रिपोर्टिंग के लिए जाने जाते हैं। आपने अपने करियर में अनेक सामाजिक, राजनीतिक, और आर्थिक मुद्दों पर महत्वपूर्ण लेखन और रिपोर्टिंग की है, जिसमें निष्पक्षता और संवेदनशीलता प्रमुखता से नजर आती है। पत्रकारिता के सिद्धांतों का पालन करते हुए, आप समाज को जागरूक करने और सटीक जानकारी पहुँचाने में योगदान दे रहे हैं, जिससे आपके पाठक घटनाओं की व्यापक समझ विकसित कर पाते हैं।

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