भूमि अमला पतंजलि प्रोडक्ट : यह पतंजलि योगपीठ द्वारा विक्षित किया गया एक आयुर्वेदिक उद्पाद है। ( भुई ) भूमि अमला पतंजलि प्रोडक्ट से आपको बहुत सारी विमारियों से निजात मिल सकती है। इसका पौधा आपको गांव में आसानी से मिल जाता है जिसके बारे में आपको बताने जारी रहे हैं।
यह भूमि अमला पतंजलि प्रोडक्ट
इस भूमि अमला पतंजलि प्रोडक्ट को आपके शरीर में अनेक बिमारियों को ठीक करने के लिए बनाया गया है। यह आपकी लिवर, पेशाब से जुडी परेशानियाँ, डायबिटीज कंट्रोल करनेके लिए और खांसी जुखाम जैसी समस्याओं समेत टायफाईड के बुखार से भी राहत दिलाता है इसका उपयोग आप गठिया के दर्द से निजात पाने के लिए भी कर सकते हैं। आइये जानते हैं विस्तार से –
- गठियाँ रोग में इस्तेमाल करें भूमि अमला
- भूमि अमला अपच और एसिडिटी में कारगर है
- पेशाब से जुड़ी परेशानियों को कम करता है भूमि अमला
- खांसी और जुकाम दूर करे भूमि अमला
- डायबिटीज को कंट्रोल करने में मददगार है भूमि अमला
- टायफाइड के बुखार को कम करता है भूमि अमला
- लिवर टॉनिक है भूमि आंवला
भूमि अमला पतंजलि प्रोडक्ट का उपयोग ऐसे करें।
आप भूमि अमला के पत्तों का बारीक चूर्ण बनाकर इस्तेमाल कर सकते हैं आपको इसे चाय बनाकर या जूस बनाकर इस्तेमाल करने से लाभ मिलते हैं हालाँकि अगर आप प्रोडक्ट का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपको इसे प्रयोग करने से पहले सम्बंधित विशेसज्ञ से संपर्क करके इसका प्रयोग करना चाहिए।
इस भूमि अमला पतंजलि प्रोडक्ट के फायदे
लीवर बढ़ गया है या उसमे सूजन है तो यह उसके लिए बहुत असरदार दवाई है।
पीलिया में इसकी पत्तियों के पेस्ट को छाछ के साथ मिलाकर दिया जाता है इससे पीलिया बहुत जल्दी ठीक हो जाता है।
किडनी के इन्फेक्शन और किडनी फेलियर में यह बहुत लाभदायक है। यह किडनी के सिस्टम को ठीक करती है।
यह डाइयूरेटिक है जिससे यूरिन ज्यादा बनती है जिससे बॉडी की सफाई होती है।
एन्टीवायरल गुण होने के कारण यह हेपेटाइटिस B और C के लिए रामबाण दवाई है।
मुंह में छाले होने पर इसके पत्तों का रस चबाकर निगल लें या थूक दें। मुंह के छाले ठीक हो जाएंगे।
ब्रेस्ट में सूजन या गांठ हो तो इसके पत्तों का पेस्ट लगा लेने से आराम होगा।
सर्दी- खांसी में इसके साथ तुलसी के पत्ते मिलाकर काढ़ा बनाकर पीने से आराम मिलता है।
डायबिटीज में घाव न भरते हों तो इसका पेस्ट पीसकर लगा दें और इसे काली मिर्च के साथ लिया जाए तो शुगर कंट्रोल हो जाती है।