खाना शरीर में नहीं लगने के अनेक कारण हैं जिसमें आपका खान पान और आपका दिनचर्या से लेकर गलत आदतों के चलते आपके शरीर मैं नहीं लगता है. आपको परेशान होने की जरुरत नहीं आज हम आपको इसी टॉपिक पर बताने वाले हैं, लेकिन आपका सहयोग पहले चाहिए होगा है. आपको अपने रोजाना के रूटीन मैं कुछ आदतें जो हम बताने वाले हैं वो सामिल जरुर करें. आप सोचते हैं एक दिन मैं ही आप मोटे हो जाएँ तो यह नहीं होगा.
खाना शरीर में नहीं लगता है
हालाँकि दुबलेपन की समस्या उतनी बड़ी नहीं है जितनी कि मोटापे की. मोटे लोगों की तुलना में दुबले लोग प्राय: कम ही बीमार पड़ते हैं.
और उनके ज़्यादा दिनों तक ज़िन्दा रहने की भी संभावना रहती है. फिर भी, अगर देह हड्डियों का कंकाल सा नज़र आए तो समझिए कि कुछ मोटापा लाने की ज़रूरत है.
ठीक अनुपात में मोटे शरीर स्वास्थ्य व सौन्दर्य की दृष्टि से उचित है, आहार-विहार में उचित सुधार करके देह का दुबलापन दूर किया जा सकता है.
कुछ लोग वंशगत प्रभाव से दुबले-पतले होते हैं. उनके शरीर की आंतरिक संरचना कुछ ऐसी होती है कि वे कितना भी पौष्टिक खाएं-पिएं पर शरीर में चर्बी इकट्ठा ही नहीं हो पाती.
खाना शरीर में कैसे लगेगा
यदि कोई रोग हो तो पहले उसे ठीक करने का उपाय करें. ज़्यादा संभव है कि खाना शरीर में खाना पीना खुद बखुद लग जाएगा.
यदि बीमारी ठीक होने के बाद भी दुबलापन बना रहे तो दिए गए उपायों को आज़माकर लाभ उठाएं. यदि आप बिलकुल ठीक हैं तो.
इसके साथ साथ आपको अपनी कुछ कमज़ोरियों को भी दूर करना होगा जेसे की ईष्र्या, द्वेष, चिंता, शोक, क्रोध आदि को खुद से दूर रखना चाहिए.
खाना शरीर में इन उपायों को करने से लगेगा
आपको कुछ नीचे दिए गए उपाय कर सकते हैं इसका रिजल्ट आपको 100% तक मिलेगा आप इनको फॉलो करें-
- दुबले लोग सबेरे पौष्टिक नाश्ता लें, पर इसका समय भोजन से 3-4 घण्टा पहले करें
- और सोकर उठने के 2-3 घण्टे बाद रखें खाना शरीर में ताकत बनी रहेगी.
- आपको थोड़े चनों में गेहूँ, मूँगफली, मूँग मिलाकर अंकुरित कर लें, इस अंकुरित अन्न में नींबू और थोड़ा नमक खाएं.
- दोपहर और शाम के भोजन में पर्याप्त पौष्टिक पदार्थों का सेवन खूब चबा-चबाकर करें इससे मदद मिलेगी.
- खाना शरीर में सही तरीके से लगे तो आपको गाजर, पालक, चौलाई, टिण्डा, परवल व हरी सब्जियां, खाना चाहिए.
- आपको दाल, आँवले का मुरब्बा, दूध, घी, मक्खन, चावल की खीर आदि सेवन करें.
- भोजन के बाद एक-दो केले और आगरे का पेठा या आँवले का मुरब्बा लें तो यह अच्छा है.
- रात के भोजन में रोटी कम खाएं. भोजन के बाद आगे वर्णित अश्वगंधारिष्ट वाला नुस्खा भी सेवन कर सकते हैं.
- खाना शरीर में लगाने के लिए आपको मध्यकाल में किसी मौसमी फल या जूस का हल्का पाचक पौष्टिक अल्पाहार लें.
- पानी भोजन के डेढ़-दो घण्टे बाद पियें, इसके अलावा दिन भर में डेढ़-दो घण्टे बाद 6-8 गिलास पानी पीते रहें.
- खाना शरीर में लगाने लिए भोजन के बाद गुनगुने दूध में घी के साथ मिश्री या शहद मिलाकर पिएं.
- आप अनुकूल व्यायाम, योगासन, प्राणायाम अवश्य करें। इस संबंध में किसी पुस्तक या योग्य व्यक्ति से जानकारी लें.
याद रखें, पौष्टिक आहार के साथ बिना उचित मात्रा में श्रम, व्यायाम किए स्वस्थ सुडौल बनना नामुमकिन है।