अधिकतर लोग कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए क्या खाना चाहिए यह पूछते रहते हैं। मौजूदा वक्त में अपनी अनहेल्दी लाइफस्टाइल और गलत फूड हैबिट्स के कारण लोग दिल की समस्या, दिमाग की परेशानी, डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं।
आज हम बात कर रहे हैं कोलेस्ट्रॉल की. युवा भी अपने बढ़ते कोलेस्ट्रॉल से काफी परेशान हैं। कोलेस्ट्रॉल एक फैट (जिसे लिपिड भी कहा जाता है) है।
बहुत अधिक खराब कोलेस्ट्रॉल हृदय रोग, स्ट्रोक और अन्य समस्याओं के होने की संभावना को बढ़ा सकता है। उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल के लिए चिकित्सा शब्द लिपिड विकार, हाइपरलिपिडिमिया या हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया है।
कॉलेस्ट्रॉल स्तर अधिक होने से कई घातक बीमारियों जैसे हार्ट स्ट्रोक, हार्ट अटैक, हाइपरटेंशन, टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। तो आइए जानते हैं कि, हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कौन कौन से कारण और लक्षण हो सकते हैं, जिन्हें जानकर हम अपनी गलत आदतों को सुधार सकते हैं और बीमारियों से बच सकते हैं।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण
अस्वास्थ्यकर कोलेस्ट्रॉल के स्तर के जोखिम को बढ़ाने वाले कारकों में शामिल हैं:
अल्प खुराक : बहुत अधिक संतृप्त वसा या ट्रांस वसा () खाने से अस्वास्थ्यकर कोलेस्ट्रॉल का स्तर हो सकता है। संतृप्त वसा मांस और पूर्ण वसा वाले डेयरी उत्पादों के वसायुक्त कटौती में पाए जाते हैं। ट्रांस वसा अक्सर पैकेज्ड स्नैक्स या डेसर्ट में पाए जाते हैं।
मोटापा : या इससे अधिक का बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) होने से आपको उच्च कोलेस्ट्रॉल का खतरा होता है।
व्यायाम की कमी : व्यायाम आपके शरीर के एचडीएल, “अच्छा,” कोलेस्ट्रॉल को बढ़ावा देने में मदद करता है।
धूम्रपान : सिगरेट पीने से आपका एचडीएल का स्तर कम हो सकता है, “अच्छा,” कोलेस्ट्रॉल।
शराब : बहुत अधिक शराब पीने से आपका कुल कोलेस्ट्रॉल स्तर बढ़ सकता है।
उम्र : यहां तक कि छोटे बच्चों में भी अस्वास्थ्यकर कोलेस्ट्रॉल हो सकता है, लेकिन 40 से अधिक लोगों में यह अधिक आम है। जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, आपका लीवर एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करने में कम सक्षम होता है।
कोलेस्ट्रॉल के लक्षण :
शोधकर्ताओं का कहना है, वैसे तो हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण सामने नहीं आते हैं, हालांकि जब मस्तिष्क या हृदय में रक्त संचार अवरुद्ध हो जाता है तो शरीर में इसके कुछ संकेत जरूर देखे जाते हैं।
बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल के स्तर के कारण हार्ट अटैक या स्ट्रोक का जोखिम अधिक होता है। इसके अलावा शरीर में कुछ और लक्षण यदि लंबे समय तक बने रहते हैं तो इन्हें गंभीर संकेत माना जा सकता है।
- मतली आना।
- जबड़ों और बांहों में दर्द
- बहुत अधिक पसीना आना।
- सांस लेने में समस्या होना।
स्किन का रंग बदलना: कोलेस्ट्रॉल जब बढ़ता है तो स्किन का रंग बदल जाता है। कई बार आंखों के नीचे, हथेलियों और पैर के निचले हिस्से में नारंगी या पीला रंग नजर आने लगता है।
सांस फूलना- अगर आप थोड़ा सा भी चलने पर थका महसूस करें और आपकी सांस चढ़ने लगे तो ये कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का लक्षण होता है।
- पैरों में झनझनाहट
व्यक्ति के हाथ पैर में झनझनाहट महसूस हो या चींटी काटने जैसा महसूस हो तो यह बढ़ते कोलेस्ट्रॉल के लक्षण हो सकते हैं. ऐसा तब होता है जब ऑक्सीजनयुक्त खून अंगों में नहीं पहुंच पाता. तब उन अंगो में झनझनाहट महसूस हो सकती है.
- बेचैनी और पसीना
व्यक्ति को बेचैनी और पसीना आए तो यह भी बढ़ते कलेस्ट्रोल के लक्षण हो सकते हैं. जब खून पर्याप्त मात्रा में दिल तक नहीं पहुंच पाता और दिल कम खून को ही पंप करने लगता है तब बेचैनी, पसीना जैसी परिस्थिति पैदा हो सकती है.
- आखों के ऊपर पीले चकते
किसी शख्स की आंखों के ऊपर पीले चकते नजर आएं तो यह भी बढ़ते कोलेस्ट्रोल के लक्षण हो सकते हैं. ऐसा तब होता है जब खून में फैट की मात्रा बढ़ जाती है.
- शरीर में दर्द
जब व्यक्ति के गर्दन, जबड़े, पेट और पीठ इन चारों में दर्द महसूस हो तो यह भी बढ़ते कोलेस्ट्रॉल के लक्षण हो सकते हैं.
पलकों के कोनों पर फैट जमना – हाई कोलेस्ट्रॉल होने पर आंखों के कोनों पर सफेद रंग के फैट जमने लगता है। यह जमा हुआ फैट पीला या सफेद रंग के उभार की तरह होता है, जिसमें किसी तरह का दर्द महसूस नहीं होता और इसका नाम xanthelasma दिया गया है।
कोलेस्ट्रॉल के लिए घरेलू उपाय
- हल्दी का उपयोग
हल्दी बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने का कार्य भी करती है। हल्दी के अंदर पाए जाने वाले तत्व रक्त की धमनियों से कोलेस्ट्ऱॉल हटाने का कार्य करते हैं। इसके लिए आप चाहें तो दूध या पानी के अंदर आधा चम्मच हल्दी पाउडर डालकर सेवन कर सकते हैं।
- लहसुन
यह कोलेस्ट्रॉल कम करने का एक बेहतरीन तरीका भी है। लेकिन इसके लिए आपको सुबह के समय या रात को सोने से पहले इसे कच्चा खाना होगा। दरअसल इसके अंदर एलिसन पाया जाता है जो कुल LDL कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करने में सक्षम होता है।
- ग्रीन टी
आज कल के समय में वजन कम करने से लेकर, मेटाबॉलिज्म बेहतर बनाने तक के लिए ग्रीन टी का उपयोग किया जा सकता है। ग्रीन टी के अंदर पाए जाने वाले तत्व बैड कोलेस्ट्रॉल को तेजी से कम करने का कार्य करते हैं।
- अलसी के बीज
अलसी के बीज या फ्लैक्स सीड्स के अंदर लिनोलेनिक एसिड और ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है। यह आपके LDL कोलेस्ट्रॉल पर सीधा वार कर इसे कम करता है।
- फिश आयल
फिश ऑयल को ओमेगा 3 फैटी एसिड का एक बेहतरीन श्रोत माना जाता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड LDL कोलेस्ट्राल की मात्रा को कम करने का कार्य करता है इसके लिए आप फिश का तरह तरह की फिश का सेवन कर सकते हैं, जैसे लेक, सैलमोन, ट्राउट आदि।
- आंवला
आंवला के अंदर अमीनो एसिड और एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो बैड को कोलेस्ट्रॉल को कम करने का कार्य करते हैं। आप चाहें तो इसके लिए ताजा आंवले का सेवन करें या फिर एक चम्मच पाउडर गुनगुने पानी में डालकर पीए।
- सेब का सिरका
सेब का सिरका कोलेस्ट्रॉल समेत कई समस्याओं का अंत करने में सक्षम है। इसके लिए आप एक चम्मच सेब का सिरका लें और इसे पानी में अच्छी तरह मिला कर पियें।
सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए क्या खाना चाहिए
ब्लड प्रेशर बढ़ने या शुगर के स्तर के बढ़ने की चिंता सताती है। चिंता करना स्वाभाविक भी है, क्योंकि शरीर में किसी भी चीज के असंतुलन का असर दिखने लगता है। इन्हीं में शामिल है कोलेस्ट्रॉल। शायद ही किसी को कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की उतनी चिंता सताती है।
सही खानपान न होना, शारीरिक गतिविधि की कमी जैसे कई जोखिम कारक हैं, जिससे कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है। ऐसे में कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए डाइट की अहम भूमिका हो सकती है। तो स्टाइलक्रेज के इस लेख में पढ़ें कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए क्या खाएं
- फलियां
- एवोकाडो
- नट्स और बीज
- फैटी फिश
- साबुत आनाज
- फल और बेरी
- डार्क चॉकलेट और कोको
- लहसुन
- सब्जियां
- ऑलिव ऑयल
- जड़ी-बूटियां और मसाले