पोस्टमार्टम कैसे किया जाता है और पोस्टमार्टम क्या है जानिए

पोस्टमार्टम कैसे किया जाता है

अकसर आपका यह सवाल मन में उठता रहता है कि पोस्टमार्टम कैसे किया जाता है
और पोस्टमार्टम क्यों किया जाता है आपके सभी सवालों के जवाब आपको दिए जाएंगे।

अधिकतर लोग गूगल को बोलते है के आदमी का पोस्टमार्टम कैसे किया जाता है बताइए और ये पोस्टमार्टम क्या है लेकिन आपको सही जवाब यहां हम देंगे।

भारत में पोस्टमार्टम नियम
बनाए गए हैं उसमें से जरूरी तो ये बात भी है कि फांसी के बाद पोस्टमार्टम क्यों किया जाता है इसी प्रकार तमाम कानून व्यवस्था भी बनाई गई है इनसे भी आपको रूबरू करवाएंगे।

साथ मै आपको बताया जाएगा कि पोस्टमार्टम में शरीर का कौन कौन सा अंग निकाला जाता है ओर क्या क्या होता है सभी जानकारी प्राप्त करने के लिए सुरु से अंत तक बने रहें हमारे साथ।

पोस्टमार्टम कैसे किया जाता है

पोस्टपार्टम कैसे किया जाता है मेरे पाठक यह सवाल अक्सर किया करते हैं आपको बता दूं कि पोस्टमार्टम नाम सुनते ही आपकी रूह जरूर कांप जाती होगी। लेकिन जो पोस्टमार्टम करते हैं उन पर क्या असर होता होगा यह आप शायद ही जानते होंगे।

आमतौर पर एनाटॉमिकल पैथोलॉजी टेक्नोलॉजिस्ट और पैथोलॉजिस्ट द्वारा पोस्टमार्टम किया जाता है इसमें पता लगाया जाता है कि मौत की असल वजह क्या है मरने के पीछे इसकी क्या वजह रही इस दौरान शरीर की चोटों के निशान भी रिपोर्ट में दिए जाते हैं।

पोस्टमार्टम के दौरान कई बार बॉडी क्षत-विक्षत हो जाती है यह पता लगाना मुश्किल हो जाता है कि व्यक्ति की मौत किस वजह से हुई है पोस्टमार्टम में व्यक्ति के सभी अंगो का परीक्षण किया जाता है और उन्हें गौर से जाता जाता है इस दौरान पोस्टमार्टम कर रहे एक्सपर्ट को काफी सारी दिक्कत परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है उनके लिए यह पोस्टमर्टम काफी मुश्किल साबित हो सकता था।

पोस्टमार्टम क्यों किया जाता है

क्या आप जानते हैं कि पोस्टमार्टम क्यों किया जाता है नहीं जानते तो आइए हम आपको बताते हैं किसी भी व्यक्ति की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए उसके शव का पोस्टमार्टम किया जाता है पोस्टमार्टम एक सर्जिकल प्रोसेस होती है जिसमें एक शव को चीर फाड़ कर उसकी पूरी जांच पड़ताल होती है पोस्टमार्टम जो ऑटोप्सी और सब परीक्षा भी कहा जाता है आमतौर पर पोस्टमार्टम व्यक्ति की मृत्यु के 6 से 10 घंटे के अंदर अंदर होना जरूरी माना जाता है क्योंकि मृत्यु के बाद मनुष्य के शरीर में विभिन्न परिवर्तन होते जाते हैं।

पोस्टमार्टम क्या है

मेडिकल एक्सपोर्ट्स द्वारा किया गया वह प्रक्रिया जिसको पोस्टमार्टम नाम दिया गया है इस प्रक्रिया में किसी मृत व्यक्ति के शरीर की जांच किया जाता है वह प्रोसेस है जिसके दौरान मृत व्यक्ति के शरीर को शल्य क्रिया से यानी सर्जरी के प्रोसेस से गुजारा जाता है जिसमें यह पता लगाया जाता है कि मनुष्य की मृत्यु का असल वजह क्या है।

आमतौर पर पोस्टमार्टम दिन में ही किया जाता है क्योंकि रात के समय में मनुष्य के शरीर में मौजूद खून लाइट की वजह से अच्छे से नहीं दिखाई पड़ता है इसके साथ-साथ चोट का रंग भी बदला हुआ नजर आता है इस वजह से पोस्टमार्टम अधिकांशत दिन में ही किया जाता है।

साल 1998 में सभी जगह बिजली नहीं होती थी रोशनी के लिए या तो मसाले जलाई जाती थी या पीले बल्ब जलाए जाते थे इनमें किसी व्यक्ति के शरीर में लगी चोट कुछ बैगनी कलर की नजर आती थी अधिकांश लोगों का यह मानना भी था कि रात को मनुष्य के शरीर में उसकी आत्मा वापस आ जाती है और अधिकतर डॉक्टर यह डर के रात को लाश के पास नहीं जाते थे यह कथन आमतौर पर लोगों का था। 

भारत में पोस्टमार्टम नियम

आपकी जानकारी के लिए यह बता दें कि पोस्टमार्टम के लिए सबसे पहले मृत व्यक्ति के परिजनों से एक बार मंजूरी ले ली जाती है इसके पश्चात ही पोस्टमार्टम किया जाता है कोई भी चिकित्सक अपनी मनमर्जी से पोस्टमार्टम नहीं कर सकता न्यायिक मामलों में यह कराया जा सकता है इसके अलावा अन्य मामलों में पहले परिजनों से मंजूरी ले ली जाती है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय एवं सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप जीवन जीने में आसानी को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता के अनुरूप है सरकारी प्रक्रियाओं के अनुपालन के कारण लगाया गया बोझ सूर्यास्त के बाद शव प्रशिक्षण की अनुमति देने वाला नया प्रोटोकॉल प्रभावी है मृतक के दोस्तों और रिश्तेदारों के अलावा यह नई प्रक्रिया अंगदान और प्रत्यारोपण को बढ़ावा देती है क्योंकि प्रक्रिया के बाद निर्धारित समय में अंगों सुरक्षित किया जा सकती है।

फांसी के बाद पोस्टमार्टम क्यों किया जाता है

फांसी के बाद भी पोस्टमार्टम किया जाता है यह इसलिए होता है कानूनी प्रक्रिया के दौरान बाद में फांसी के अलावा कोई और विवाद ना हो यह सुनिश्चित करना एवं व्यक्ति के मृत्यु के दस्तावेजों में मृत्यु का कारण फांसी ही होना चाहिए इसलिए फांसी के बाद पोस्टमार्टम किया जाता है।

किसी भी व्यक्ति की मौत की सजा कानूनी प्रक्रिया के अनुसार ही दी जाए यह प्रक्रिया न्याय निष्पक्ष और तर्क के आधार पर हो और पोस्टमार्टम से या सुनिश्चित हो सकेगा कि जिस व्यक्ति को फांसी दी गई है वह न्याय निष्पक्ष और तर्कों पर आधारित थी

पोस्टमार्टम में शरीर का कौन कौन सा अंग निकाला जाता है

पोस्टमार्टम में शरीर में से आमतौर पर शरीर को चीरकर किडनी लीवर और अन्य महत्वपूर्ण अंगों को निकाला जाता है जिनका उपयोग बाद में अंग प्रत्यारोपण में किया जाता है किसी जरूरतमंद व्यक्ति को इनको ऑपरेशन द्वारा लगाए जाते हैं।

अंग प्रत्यारोपण से संबंधित व्याधि से ग्रसित व्यक्ति को अंग को दान किया जाता है एवं चिकित्सकों द्वारा अंग को सर्जरी की प्रक्रिया से प्रत्यारोपित किया जाता है जैसे आंख, किडनी, लीवर मुख्य रूप से है।

Krishna Kumar journalist

कृष्णा कुमार, एक पत्रकार के रूप में, आप अपनी गहरी दृष्टि और सटीक रिपोर्टिंग के लिए जाने जाते हैं। आपने अपने करियर में अनेक सामाजिक, राजनीतिक, और आर्थिक मुद्दों पर महत्वपूर्ण लेखन और रिपोर्टिंग की है, जिसमें निष्पक्षता और संवेदनशीलता प्रमुखता से नजर आती है। पत्रकारिता के सिद्धांतों का पालन करते हुए, आप समाज को जागरूक करने और सटीक जानकारी पहुँचाने में योगदान दे रहे हैं, जिससे आपके पाठक घटनाओं की व्यापक समझ विकसित कर पाते हैं।

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